हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,जौनपुर,बारादुअरिया जौनपुर स्थित इमामबाड़ा मीर हैदर मरहूम में 27 सफर का कदीम जुलूस संपंन हुआ इस जुलूस से पहले मजलिस को खेताब करते हुए मौलाना सैयद सफदर हुसैन जैदी ने इमामे हसन अ.स.और रसूले खुदा के फज़ायल और मसाएब बयान किए।
मौलाना सैयद सफदर हुसैन जैदी ने कहा कि आज हम सब रसूले खुदा हजरत मोहम्मद मुस्तफा स.अ. व उनके बड़े नवासे हजरत इमाम हसन की शहादत को मनाने के लिए इकट़्ठा हुए हैं।
इमाम हसन को जालिमों ने जहर देकर शहीद किया था मजलिस के बाद जुलूस निकाला गया। तकरीर बेलाल हसनैन ने किया जिसके बाद शबीहे अमारियां बरामद हुई शहर की सभी प्रमुख अंजुमनों ने नौहा व मातम कर नजराने अकीदत पेश किया।
जुलूस अपने कदीम रास्तों से होता हुआ इमामबाड़ा मीर अजहर मरहूम पहंुचा जहां अलविदाई तकरीर मौलाना शेख हसन जाफर ने किया।
जिसके बाद शबीहे ताबूत को अलम से मिलाया गया। संयोजक अमीर हैदर अम्मन ने आभार प्रकट किया सोजखानी शबाब हैदर व उनके हमनवां ने किया। इस मौके पर रियाजुल हसन, शबीहुल हसन, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।